Raksha Bandhan 2020
रक्षा बंधन भारत में अगस्त महीने मे मनाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यहा भाई-बहनों द्वारा मनाया जाने वाला यह शुभ त्योहार हैं । अतः यह भाई और बहन के बीच पवित्र बंधन को समर्पित है। राखी के नाम से लोकप्रिय यह त्योहार एक बहन के प्यार को दर्शाता है जो अपने भाई की कलाई पर एक पवित्र धागा बांधती है।
रक्षा बंधन का इतिहास
इस प्राचीन हिंदू त्योहार को राखी पूर्णिमा
के नाम से भी जाना जाता है। यह हिंदू माह 'श्रावण' की
पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह भारत में कई राज्यों में सार्वजनिक अवकाश के रूप मे
मनाया जाता है, जो
इस बात पर निर्भर करता है कि यह सप्ताह के किस दिन पड़ता है।
Why Raksha Bandhan is celebrated
Krishna and Draupadi
पोराणिक कल से ही यह त्योहर मनाया जा रहा है, इसके पुछे बहुत सारे कारण है। भारतीय पौराणिक कथाओं में सबसे लोकप्रिय कहानी भगवान कृष्ण और द्रौपदी की है, 'पाँच पांडवों की पत्नी' भी थी एक बार मकर संक्रांति पर, श्री कृष्ण जी की उंगली गन्ने को संभालते समय काट गई थी।
उनकी रानी, रुक्मिणी ने अपने दासियों को मलहम्म पट्टी लगाने के लिए भेजा। इस बीच, द्रौपदी, जो पूरी घटना देख रही थी, उसने अपनी साड़ी को थोड़ा सा काट दिया और रक्तस्राव को रोकने के लिए उंगली को उसके साथ बांध दिया। बदले में, कृष्णा ने आवश्यकता पड़ने पर उसकी मदद करने का वादा किया।
द्रौपदी की अनभिज्ञ अवज्ञा के दौरान कृष्ण द्वारा सहायता प्रदान करने के पीछे की कहानी यही है, कृष्ण ने आकर उसे कभी न खत्म होने वाली साड़ी बना दी, जब उसे इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी, तो उसे सुरक्षा देकर शर्मिंदगी से बचा लिया।
Rani karnavati and Emperor Humayun
महारानी कर्णावती और वीर सम्राट हुमायूँ राखी के इतिहास का प्रसिद्ध घटना है । महारानी कर्णावती अपने पति राणा साँगा की मृत्यु के बाद मेवाड़ की अधिकारी थीं। परन्तु मृत्यु के बाद वो कमजोर पड़ गई और मदद के लिए अन्य राज्यों के शासकों से निवेदन शुरू कर दी। इस बीच
The Birth of Santoshi Maa संतोषी माँ का जन्म
यह प्रसिद्ध त्यौहार संतोषी माता के जन्म से भी जुड़ा है जब भगवान गणेश की बहन मानसा उन्हें राखी बांधने के लिए उनसे मिलने जाती हैं। तब यह देखते ही गणेश के पुत्र बहन होने की जिद करने लगते हैं। तब उनकी माँगों को देते हुए, श्री गणेश ने देवी संतोषी को उनकी ज्वाला रिद्धि और सिद्धि से उत्पन्न हुई दिव्य ज्वालाओं से उत्पन्न किया।
रक्षाबंधन
श्रावण के महीने में पूर्णिमा तिथि (पूर्णिमा के दिन) मनाया जाता है। इसलिए, इस वर्ष, यह 3 अगस्त को मनाया जाएगा।
रक्षा
बंधन 2020 शुभ
मुहूर्त जो की लगभग
7:10 बजे
शुरू होता है और 9:17 बजे
तक चलता हैं।
आशा करता हूँ की आप सभी पाठकों को Raksha Bandhan 2020 के विषय मैं महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया है तो कृपया इसे अन्य लोगों को भी शोसल नेटवर्क के जरियें साझा करें।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें